आज कल भोजपुरी फिल्मो को ले कर खुद भोजपुरी के लोग ही चर्चा कर रहे है की भोजपुरी अश्लील है अश्लील है लेकिन क्या आप लोग बता सकते है की भोजपुरी फिल्मो के गानो को अश्लील बनाने की वजह कौन है ? दरअसल अगर इसकी तह तक जाए तो पता चलेगा की इसकी वजह आज प्रसिद्ध हो चुके कई गायक के साथ साथ फिल्म में निर्माता और निर्देशक भी है जो गीत लेखकों को कहते है की ऐसा गाना लिखो तो वो दर्शको को या फिर श्रोताओ को पसंद आएगा ! कुछ गीतकार तो पहले से ही अश्लील लिख लिख के आने नाम का ढिढोरा पिट रहे हैं ! अब ऐसा भी नहीं है की जो लोग आज अश्लीलता की खिलाफत कर रहे है उन्होंने कभी कोई अश्लील काम नहीं किया या फिर अश्लील गाना नहीं गाया ! बात की जाए गानो की शूटिंग की तो डांस मास्टर को लगता है की कुछ ऐसा करो जो दर्शको को उत्तेजित कर दे और ऐसा ही सोच कर डांस मास्टर हीरो से कहते है की वो अभिनेत्री के पेट को पकड़ कर इधर उधर हाथ फिराए या फिर पेट में चुम्मा ले ! इतना नहीं नहीं वो डांस मास्टर लोग कहते है की वो अपनी ऊँगली अभिनेत्री के नाभि में डाल दे या फिर अपनी जीभ से अभिनेत्री का पेट चाटे या फिर अपनी जीभ अभिनेत्री के पुरे बदन पे फिराते रहे ! इतना ही नहीं अभी तो सुनने में आ रहा है की कई अभिनेता भी डांस मास्टर को बोल कर ऐसा सीन करते है की मास्टर जी गरमागरम सीन कुछ दीजिये मज़ा नहीं आ रहा हैं और कई डांस मास्टर मज़बूरी में ( लिप लॉक ) का सीन डालते हैं ! कभी कभी तो बिना वजह के भी काई गानो में लिप लॉक या फिर गरमा गरम बिस्तर का सीन डाल दिया जाता हैं ! दरअसल जो जो अभिनेता का फिल्म निर्माता मीडिया में ये बात बोलते है की अश्लील गाने नहीं गाऊँगा या फिर अश्लील सीन नहीं करूँगा वही लोग ज्यादा करते हैं ! अब जाहिर सी बात है की अगर ऐसा ही रहा तो वो दिन दूर नहीं जब भोजपुरी सिनेमा का बेडा गर्क हो जायेगा !